सोमवार, 31 अगस्त 2020

औकात

इतनी सी औकात है मेरी महबूब के सामने

कि उनका प्यार पाने के लिए भी आंखों 

को भिगोना पड़ता है..!!

@nuj

हद

हम उस हद तक जाके रोये हैं..

जहाँ आंखों की हदें रोक देती थी

हमें रोने से..!!

@nuj

इंतेहा

मेरे दर्द की इंतेहा मत पूछिए..

मांगा था जिसको टूटकर,

उसको भूल जाने की दुआ 

की है रब से..!!

@nuj


रविवार, 30 अगस्त 2020

गुरुवार, 27 अगस्त 2020

मंगलवार, 25 अगस्त 2020

रेखाएं

हाथों की रेखाओं पे मत जाना 'अनुज'

क्योंकि जब वक़्त बदलता है तो रेखाएं 

भी बदल जाती हैं..!!

@nuj

रविवार, 23 अगस्त 2020

शनिवार, 22 अगस्त 2020

बर्बाद

इस कदर हमने खुद को कर लिया बर्बाद  फिर निकले नही जज़्बात कोई उसके जाने के बाद..!!