शुक्रवार, 30 अप्रैल 2021

कोरोना वायरस

किस मोड़ पे आ खड़े हम

ये कैसा मौसम है

हर दिल ग़मज़दा हर आंख नम है

क्या घुल गया इस शहर की बहती हवा में

जो भी निकला घर से बाहर समझो वो 

खतम है..!!


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बर्बाद

इस कदर हमने खुद को कर लिया बर्बाद  फिर निकले नही जज़्बात कोई उसके जाने के बाद..!!